महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर कलेक्ट्रेट में उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर किया नमन

बरेली। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्म दिवस पर उनके चित्र पर माल्यार्पण व नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।इस अवसर पर दोनों महानुभावों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस पर बधाई दी।इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी व देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर पूरे जिला प्रशासन की ओर से मैं नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। इस अवसर पर वहां लिखें स्लोगन की तरफ ध्यान आकर्षण करते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘अचारण रहित विचार कितने ही अच्छे क्यों ना हो झूठे मोती के समान है।‘‘ अर्थात कथनी-करनी में अंतर होने से कोई लाभ नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि जब गांधी जी दक्षिण अफ्रीका से आये थे और गंगा तट पर बैठे थे तो उन्होंने देखा कि नदी के दूसरे तट पर एक महिला बैठी थी, जिसके पास अपने शरीर को पूरी तरह ढकने के लिए वस्त्र नहीं थे तब गांधी जी ने अपनी चादर पानी में बहा कर उस महिला तक पहुंचा दी और शपथ ली कि जब तक पूरे देश के लोगों के शरीर पर वस्त्र नहीं होगा तब तक मैं अपना पूरा शरीर नहीं ढकूंगा। उनका व्यक्तित्व हमें आज भी प्रेरणा देता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी के परिवार को जब प्रधानमंत्री भवन खाली करना पड़ा तो उनके पास रहने के लिए दो कमरों का मकान भी नहीं था, जहां जाकर उनका परिवार रह सके तब सरकार ने उनके परिवार के लिए किराये के मकान की व्यवस्था की। उनकी ईमानदारी से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये।हमें जाति, सम्प्रदाय, भाषा, क्षेत्र की दीवारों से ऊपर उठकर देशवाद/ राष्ट्रवाद को याद रखना चाहिये। अपने पड़ोसी देश की परिस्थितियों का प्रभाव हमारे देश पर ना पड़े, यह हम सभी का कर्तव्य है। हमारे प्रधानमंत्री जी ने स्वदेशी से समृद्धि की ओर का नारा दिया है। हम प्रण लें कि हम ब्राडेंड कपड़े नहीं पहनेंगे, विदेशी ब्रांड नहीं पहनेंगे और स्वदेशी को बढ़ावा देंगे और स्वदेशी को अपनाने से हमारे देश के लोगों को रोजगार मिलेगा तथा देश का पैसा देश में रहेगा। हमें वोकल से ग्लोबल की ओर बढ़ना होगा।उन्होंने विजय दशमी की भी शुभकामनाएं दी और कहा कि यह बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है, जो हमें जीवन में नैतिकता, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। हमारी लड़ाई सिर्फ उन लोगों से है जो समाज को तोड़ना चाहते हैं फिरकापरस्त ताकतों को हमें परास्त करना है।
इस अवसर पर द्रौपदी कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा गांधी जी के प्रिय भजनों वैष्णव वचन, रघुपति राघव राजा राम व शास्त्री जी पर आधारित गीतों का गायन किया गया। जिलाधिकारी ने प्रस्तुतीकरण करने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने बच्चियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता-पिता का सम्मान करें वही सच्ची पूजा है। हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती, कोई भी बात अपने माता-पिता से ना छुपाए इसके साथ ही गांधी के ऊपर अपना भाषण प्रस्तुत करने वाले नन्हे बालक को भी जिलाधिकारी ने उपहार दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष कुमार सिंह ने दोनों महानुभावों के जन्मदिवस में उपस्थित सभी को बधाई दी और कहा कि महापुरुषों के जीवनियों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। कोविड काल में मैं जब स्वयं कोविड से ग्रस्त हुआ तो मुझे 1920 के समय फैली महामारी का ध्यान आया जब देश में अच्छे चिकित्सा संसाधन नहीं थे लेकिन तब भी उस बीमारी से लोग उबर आए थे उसी से प्रेरणा लेकर मैं भी कोविड से उबर आया।अपर नगर मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे ने कहा कि गांधी जी को अपने मूल्यों पर विश्वास था वह सत्य और अहिंसा पुजारी थे और उन्हीं मूल्यों पर जीवन भर चलते रहे। हमें भी परिस्थितियों से समझौता नहीं करना चाहिए और मूल्यों का पालन करना चाहिए।कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी प्रशासन पूर्णिमा सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, अपर जिलाधिकारी न्यायिक देश दीपक सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री, अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम रत्निका श्रीवास्तव, अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय विजय कुमार सहित कलेक्ट्रेट के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।