“एक लाख लोगों को बड़ी राहत देगा नया पुल, लोकार्पण का इंतज़ार – अफसर बोले: जल्द शुरू होगा यातायात”

कानपुर। दादानगर समानांतर पुल को लोकार्पण का इंतजार है। शहर को दक्षिणी क्षेत्र से जोड़ने वाला यह पुल चालू होने से गोविंदपुरी पुल से ट्रैफिक लोड घटेगा। इससे एक लाख लोगों को राहत मिलेगी। करीब 60 हजार वाहनों को आवगमन में राहत मिलेगी। विजयनगर-सीटीआई रोड पर झांसी रेलवे लाइन पर 12 साल पहले आरओबी बना था। दो लेन के इस पुल से ही वाहनों का आवागमन होता था। इससे आवागमन में परेशानी होती है। यातायात पुलिस ने पांच साल पहले इस पुल को वन-वे कर दिया था। तय हुआ था कि सीटीआई से विजयनगर की तरफ आने वाले वाहन पुल के ऊपर से आएंगे, जबकि विजयनगर चौराहे से सीटीआई की तरफ जाने वाले वाहन पुल से पूर्व की तरफ स्थित पुराने मार्ग से ही झांसी रेलवे लाइन को पार करते हुए जाएंगे।नवंबर 2023 में शुरू कराया था निर्माण
इस रेलवे लाइन का फाटक रोज औसतन साढ़े तीन घंटे बंद रहता है, जिसकी वजह से लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए इंतजार करना पड़ता था। इसके मद्देनजर दादानगर पुल के समानांतर पुल बनवाने का फैसला हुआ। सेतु निगम ने नवंबर 2023 में इसका निर्माण शुरू कराया। निर्माण के लिए खोदाई शुरू कराते ही जल निगम की मुख्य पाइपलाइन (राइजिंगमेन) आड़े आ गई।
तीन महीने काम करना पड़ा था बंद
गंगा बैराज से दक्षिणी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति करने वाली इस पाइपलाइन को शिफ्ट किया गया। पिछले साल निर्माण करीब 50 प्रतिशत ही हो पाया था, तभी निर्माणाधीन पुल के समानांतर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने भी एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक के लिए निर्माण शुरू करा दिया, जिसकी वजह से सेतु निगम को तीन महीने काम बंद करना पड़ा था। फरवरी में तेजी से कार्य शुरू किया, जिसे 30 जून को पूरा कर लिया गया।
पुल चालू होने से गुजैनी, दबौली वालों को मिलेगी राहत
दादानगर समानांतर पुल चालू होने से रतनलालनगर, गुजैनी, दबौली, तात्याटोपेनगर रविदासपुरम, तात्यापोटेनगर, बर्रा, विश्वबैंक, दादानगर, मेहनबान सिंह का पुरवा, जरौली फेज-1, जरौली फेज-2, सेन पश्चिम पारा, कैंधा, खाड़ेपुर आवागमन करेंगे। इससे गोविंदपुरी पुराने पुल और गोविंदपुरी समानांतर पुल पर यातायात का दबाव कम हो जाएगा। तब इस पुल से आवागमन करने वालों को भी राहत मिलेगी। दादानगर समानांतर पुल की लंबाई- 726 मीटर
चौड़ाई- साढ़े सात मीटर
निर्माण शुरू हुआ- नवंबर 2023
निर्माण पूरा हुआ- जून 2025
इस रूट से रोज आवागमन करने वाले लोग- एक लाख (लगभग)