बदायूं। टीकाकरण को लेकर बड़े स्तर पर लोगांे को जागरुक किया जा रहा है, उन्हें हर प्रकार से इसके फायदे बताए जा रहे हैं, लेकिन अभी भी टीकाकरण की स्थिति वह नहीं है, जो होना चाहिए। कोविड-19 के कम टीकाकरण की स्थिति को लेकर जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, उप जिलाधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों एवं एमओआईसी के साथ बैठक आयोजित की। मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित बैठक में डीएम ने ब्लाॅकवार समीक्षा करते हुए टीकाकरण कम होने के कारणों की जानकारी ली। डीएम ने ब्लाॅक उसावां एवं दातागंज में टीकाकरण की स्थिति ठीक न होने पर प्रतिकूल प्रविष्टि एवं ब्लाॅक आसफपुर के एमओआईसी को कार्य की प्रगति ठीक न होने पर स्पष्टीकरण के निर्देश दिए हैं। डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि एमओआईसी और सीडीपीओ अपने बीडीओ के साथ ब्लाॅक से 8 बजे गांवों में निकलेंगे। एसडीएम इसकी रिपोर्ट 9 बजे तक डीएम को देंगे। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि सुबह से निकलिए, गांव में लोगों के साथ बैठकर उनके भ्रम को दूर करें और वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। कार्य के प्रति जिम्मेदार रवैया अपनाते हुए को मेहनत से इसको पूर्ण करें। गांव के मौजिज़ एवं जिम्मेदार लोगों के साथ बैठकर वैक्सीन को लेकर चर्चा करें और इससे होने वाले लाभ के बारे में उन्हें अवगत कराएं। कार्य में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही नहीं होना चाहिए। टीकाकरण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही को क्षम्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि टीकाकरण में ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान, कोटेदार, आशा एवं आंगनवाड़ी पूर्ण रूप से सहयोग करें। जिन लोगों ने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है, उनको टीकाकरण से होने वाले लाभ के बारे में बताए और उनका टीकाकरण अवश्य करवाएं। डीएम ने अपील की है कि कोरोना वायरस जैसी घातक महामारी से बचने के लिए अपना और अपने परिवार के लोगों का टीकाकरण अवश्य कराएं। टीकाकरण को लेकर किसी भी प्रकार के भ्रम को मन न पाले। टीकाकरण पूर्ण रूप से सुरक्षित है और कोरोना वायरस से बचने का एक मात्र उपाय है। कोरोना वायरस से जंग अभी जारी है। अभी भी इसके प्रति सतर्कता बरतने की ज़रूरत है। इसलिए नियमित रूप से मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें, हाथों को बार-बार धोते रहें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें और कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करें।