कैपिटल पब्लिक स्कूल में वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित,मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया

बदायूं। आज कैपिटल पब्लिक स्कूल में सत्र 2024-25 का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। जिसे देख विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे। परीक्षा के अच्छे परिणाम के लिए स्वंम विद्यार्थी और उनके अभिभावकों की अहम भूमिका होती है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य मीनू सिंह ने एक छात्र की सफलता के लिए अध्यापक और शिक्षक की भूमिका को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षक ज्ञान प्रदान करते हैं और छात्र को सीखने के लिए प्रेरित करते हैं जबकि अभिभावक घर पर एक सकारात्मक माहौल बनाते हैं और बच्चों को प्रोत्साहित करते है।
विद्यालय का परीक्षा परिणाम कुछ इस प्रकार रहा कक्षा NC में अन्नपूर्णा प्रथम अपक्ष द्वितीय और तृतीय स्थान पर विवेक रहे। कक्षा LKG में पथम ने प्रथम कृतिका ने द्वितीय तथा अनाया ने तृतीय स्थान पाया। कक्षा UKG में काच्या प्रथम, रिया द्वितीय तथा राधव तृतीय स्थान पर आकर इन नन्हें मुन्ने छात्रों ने अपनी योग्यता का परिचम दिया । कक्षा 1 में अक्षिता प्रथम मुस्कान द्वितीय तथा मोनिका तृतीय स्थान पर रही। कक्षा 2 में प्रथम स्थान पर दर्शित द्वितीय स्थान पर आराध्या और तृतीय स्थान पर अनुभव शर्मा रहे।

कक्षा 3 में पत्त्तवी प्रथम अल्वा द्वितीय तथा संस्कार वर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा में प्रथम कृष्णा, अनुज राठौड ने द्वितीय और अनाया सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 5 में प्रथम स्थान पर आराध्या कश्यप, देव कुमार द्वितीय और सुशांत कुमार तृतीय स्थान पर रहे। कक्षा 6 में प्रथम आदित्य सिंह द्वितीय अंशिका और तृतीय स्थान पर अनन्या रहीं। कक्षा 7 में मनीष प्रथम, मयंक द्वितीय और तनु तृतीय स्थान पर रहीं। कक्षा 8 में प्रथम स्थान अनिकेत कुमार, द्वितीय काव्या पटेल और तृतीय स्थान पर प्राची रही। कक्षा 3 से 5 तक के प्राइमरी रोक्रान के छात्रओं में कथा 4 के कृष्णा तथा कक्षा 6 से 8 तक के जूनियर सेक्सम में कक्षा 6 के आदित्य कुमार ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपनी योग्यता का परचम लहराया। प्रथानाचार्य मीनू सिंह ने इन सभी प्रतिभाशाली बच्चों को मेडल, शील्ड और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया ।

इसके उपरान्त प्रधानाचार्य ने अभिभावकों से अपील की कि वह बच्चे के पहले शिक्षक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए जो माता पिता अपने बच्चों की शिक्षा में गहरी रूचि रखते हैं उनके सफल बनने की संभावना अधिक होती है साथ ही हमारे शिक्षया भी बच्चे के भविष्य को आकार देने और उसे एक बेहतर इंसान बनाने के लिए जिम्मेवार होते हैं जो छात्र पढाई में कमजोर है उन्हें सफल बनाने के लिए शिक्षकों और अभिभावकों को मिलकर प्रयत्न करना चाहिए। उनकी कमजोरियों को समझकर घर और विद्यालय में उचित शैक्षिक वातावरण बनाए जिससे वह छात्र भी प्रतिभाशाली छात्रों की श्रेणी आ सके।
अंत में प्रधानाचार्य ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर ममता सक्सेना, अमित जौहरी, पूनम पादव, शीतेश गुप्ता, रूपा सक्सेना, प्रियंका भटनागर, दिव्या सिंह, दीक्षा यादव, मानसी, कुमकुम, दीक्षा कश्यप, आदि का योगदान सराहनीय रहा।