शिक्षिका की बीएड और पीजीडीसीए की डिग्री फर्जी, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कर रही थी नौकरी

मुरादाबाद। मूलरूप से आंबेडकर नगर की रहने वाली एक फर्जी महिला शिक्षिका के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में धोखधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। महिला पर आरोप है कि फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए उसने डींगरपुर कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कंप्यूटर टीचर की नौकरी हथिया ली।
जिला समन्वयक ( बालिका शिक्षा सर्व शिक्षा अभियान) की तहरीर पर शुक्रवार को आरोपित महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करते हुए लाइंस पुलिस ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
मुरादाबाद में बालिका शिक्षा सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक रजत कुमार भटनागर ने तहरीर देकर बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा अभियान, लखनऊ ने जून महीने में पत्र भेजकर उन लोगों के समस्त शैक्षिक अभिलेखों की जांच का आदेश दिया, जो कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं। इसके तहत कर्मचारियों के शैक्षित प्रमाण पत्रों का सत्यापन संबंधित बोर्ड व विश्वविद्यालयों द्वारा कराया जा रहा है। इस क्रम में डींगरपुर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पूर्णकालिका शिक्षिका के रूप में 17 मई 2014 से कार्यरत पूनम पांडेय पुत्री विश्वनाथ पांडेय की पीजीडीसीए की डिग्री सत्यापन के लिए 27 जून को श्रीधर यूनिवर्सिटी पीलानी, चिरावा रोड पीलानी, झुन्झुनू राजस्थान भेजी गई। 17 जुलाई को विश्वविद्यालय ने नोटरी देकर बताया कि पूनम पांडेय की पीजीडीसीए की डिग्री पूरी तरह फर्जी है। इसी प्रकार 14 सितंबर को पूनम पांडेय की बीएड की डिग्री सत्यापन के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा भेजी गई। 22 अक्टूबर को विश्वविद्यालय ने पत्र के जरिए अवगत कराया कि पूनम पांडेय की बीएड की डिग्री फर्जी है। यह विश्वविद्यालय के अभिलेखों से मेल नहीं खाती। कानूनी कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय ने फर्जी प्रमाण पत्र की ओरीजनल कापी मांगी। शैक्षित प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ृे के सत्यापन से हैरान मुरादाबाद के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपित महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया। इसके तहत जिला समन्वयक ने तहरीर दी। तहरीर के आधार पर सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इस बावत थाना प्रभारी दरवेश कुमार ने बताया कि धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है।