मिनी कुंभ ककोड़ा मेला में श्रद्धालुओं का पहुँचना शुरू,दुकानें सजने लगी
बदायूं। में गंगा तट पर सजने लगा आस्था का नगर, श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू बदायूं के कादरचौक में गंगा चट पर रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा में दुकानें सजाई जा रही हैं। श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। शनिवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। वहीं लोगों ने बच्चों का मुंडन भी कराया। मेला ककोड़ा का आठ नवंबर से औपचारिक रूप से शुभारंभ हो गया। इसके साथ में मेले में बदायूं समेत दूरदराज से श्रद्धालुओं का पहुंचना भी प्रारंभ हो गया है। श्रद्धालु मां गंगा के जल में स्नान कर अपने परिवार के लोगों की सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं। भीड़ बढ़ने पर स्नान का सिलसिला और बढ़ेगा तो ऐसे में स्नान करते वक्त कहीं कोई हादसा न हो जाए, इसको ध्यान में रखते हुए फ्लड पीएसी ने अपना डेरा यहां डाल लिया है। जिला प्रशासन की ओर से मेला ककोड़ा में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी फैसला लिया है। इसको लेकर मेले में तैयारियां चल रही हैं, ताकि अगर मेले में कोई अप्रिय घटना हो, तो व्यक्ति को आसानी से पहचान कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। मेला में लगेंगे 655 लगेंगे तंबू ककोड़ा मेला में जिला पंचायत की ओर से 350 झोंपड़ीनुमा टैंट, 305 ईपी टैंट, 55 वीआईपी टैंट लगाए जाएंगे। इसके अलावा 750 शौचालय, सात मोबाइल वैन, 450 हैंडपंप, 130 हाईमास्ट लाइट लगाई जाएगी। जिससे पूरा मेला रात में रोशन में जगमग दिखाई देखा। वहीं चार रैन बसेरा, एक प्रेस क्लब भी बनाया जाएगा। बच्चों के मनोरंजन को आए झूले, चरखा ककोड़ा मेला में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, मौत का कुआं आदि पहुंच चुके हैं। ककोड़ा मेला के गंगा तट पर आसपास के गांवों के श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आने लगे हैं। श्रद्धालु अपनी ट्रैक्टर-ट्रालियों, बाइकों से गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। मार्गों में झंडी लगा दी गई हैं। जिससे मेले की रौनक और बढ़ गई है। तहसीलों और जिलों की बसावट बताते हैं झंडे ककोड़ा मेले में बरेली मंडल के अलावा अन्य जिले के लोग भी आते हैं। जो अपने क्षेत्र के तंबुओं की पहचान ऊंचे झंडे लगाकर बनाते हैं। वहीं पूर्व की दिशा में अधिकांश बरेली, पीलीभीत का मेला ठहरता है। पश्चिम में कुर्मियान मेला कहलाता है। गंगा तट पर राजनीतिक तथा वीआईपी कैंप लगाए जाते हैं। इन कैंपों की अलग बनावट होती है। बताया जाता है कि सबसे ऊंचा झंडा आंवला का लगाया जाता है। 10 वॉच टॉवर से होगी निगरानी निगरानी को पूरे मेला परिसर में वॉच टॉवर लगेंगे। जिनसे सुरक्षा कर्मी मेले की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। मुख्य घाट और मेन गेट के अलावा मेले में 10 जगह-जगह वॉच टॉवर बनाए जाएंगे। पीएसी के जवान वोट से करेंगे निगरानी
श्रद्धालुओं को इस बार गंगा स्नान करते समय सावधानी बरतनी पड़ेगी। इसकी वजह से गंगा जल का बहाव तेज होना। इसके साथ ही चिकनी मिट्टी। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सावधानी बरती गई है। पुलिस और पीएसी के जवान विशेष तौर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे। पीएसी की वोटे 24 घंटे गंगा किनारे तैनात रहेंगी। इसके बावजूद भी गंगा के बहाव को देखते हुए श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की जरूरत है। मेला में लगेंगे 655 लगेंगे तंबू ककोड़ा मेला में जिला पंचायत की ओर से 350 झोंपड़ीनुमा टैंट, 305 ईपी टैंट, 55 वीआईपी टैंट लगाए जाएंगे। इसके अलावा 750 शौचालय, सात मोबाइल वैन, 450 हैंडपंप, 130 हाईमास्ट लाइट लगाई जाएगी। जिससे पूरा मेला रात में रोशन में जगमग दिखाई देखा। वहीं चार रैन बसेरा, एक प्रेस क्लब भी बनाया जाएगा।