गोरखपुर। में निर्जला व्रतधारी महिलाओं ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ आस-पास के घाटों पर पहुंच अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। शहर के इन रामघाट, गोरखपुर मंदिर, दुर्गा पार्क, सूरजकुंड समेत अन्य घाटों पर छठ मईया के मंगलगीत से वातावरण मनमोहक रहा। इन घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था। बच्चे बुजुर्ग, महिलाओं सभी में गजब का उत्साह देखने को मिला। शाम के अर्घ्य पूजा शुरू होते ही घाटों पर जामकर आतिशबाजी की गई। घाटों पर पर दीपक जलाया और डाला में रखी पूजन सामग्री को गाड़े गए गन्ने के समीप रखा और विधिवत पूजन शुरू किया, फिर अर्घ्य दिया। रात में कोशी भरने का काम होगा। शहर के श्री गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर, मानसरोवर मंदिर के घाट, राप्ती नदी के तट पर स्थित राजघाट एवं रामघाट राप्ती नदी, शंकरघाट तकिया, डोमिनगढ़, रामगढ़ ताल, दाउदपुर मंदिर पोखरा, महेसरा ताल, विष्णु मंदिर असुरन, खैरया पोखरा, नाथपुरम कॉलोनी, जगन्नाथपुर दुर्गा मंदिर पार्क में सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया।साथ ही गिरधरगंज, भैरोपुर पोखरा, खोराबार पोखरा, तरकुलहा देवी मंदिर पोखरा, गोररा नाला, तूरानाला व कई मुहल्लों में अस्थायी बनाए गए तालाब पर जाकर महिलाओं ने छठ का विधिवत पूजन किया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या देखने को मिली।