नींद की कमी से हो सकते हैं आंखों के आस-पास पड़ने वाले काले घेरे
स्वास्थ्य। आंखों के आस-पास पड़ने वाले काले घेरे, जिन्हें हम डार्क सर्कल्स कहते हैं, अक्सर नींद की कमी का संकेत माने जाते हैं। डार्क सर्कल्स को हम अपनी खूबसूरती पर ग्रहण मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं ये आपकी सेहत से जुड़े कुछ राज उजागर कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम इस बारे में ही बात करने वाले हैं। आइए जानते हैं डार्क सर्कल्स सेहत से जुड़ी किन समस्याओं की ओर इशारा कर सकते हैं।
क्या होते हैं डार्क सर्कल्स?
दोनों आंखों के नीचे की त्वचा का रंग आपके सामान्य रंग से ज्यादा डार्क होने को डार्क सर्कल्स कहते हैं। इसके पीछे लाइफस्टाइल से जुड़े कई कारण हो सकते हैं, जो आमतौर पर अधिक चिंता का कारण नहीं होते, लेकिन कभी-कभार ये किसी मेडिकल कंडिशन का संकेत भी हो सकते हैं। इनका रंग भूरा, काला या पर्पल हो सकता है, जो आपके नेचुरल स्किन कलर पर निर्भर करता है।
- एनीमिया- आयरन की कमी के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स कम हो जाते हैं, जिसे एनीमिया कहा जाता है। इसके कारण शरीर के हर हिस्से तक ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पाता है। इसके कारण भी आंखों के नीचे काले घेरे पड़ सकते हैं।
- थायरॉइड- थायरॉइड ग्लैंड के ठीक तरीके से हार्मोन रिलीज न कर पाने की वजह से थायरॉइड कंडिशन हो सकती है। इसमें या तो थायरॉइड ग्लैंड ज्यादा थायरॉइड हार्मोन रिलीज करने लगता है या जरूरत से कम। इस कंडिशन की वजह से भी डार्क सर्कल्स हो सकते हैं।
- विटामिन की कमी- शरीर में विटामिन-बी, विटामिन-के, विटामिन-ई और विटामिन-डी की कमी की वजह से भी डार्क सर्कल्स हो सकते हैं। इसलिए लंबे समय तक डार्क सर्कल्स रहने पर, डॉक्टर से संपर्क करके, विटामिन्स के टेस्ट करवाएं।
- डिहाइड्रेशन- अगर आप अक्सर जरूरत से कम पानी पीते हैं, तो इस कारण भी डार्क सर्कल्स हो सकते हैं।
- हाइपरपिग्मेंटेशन- लंबे समय तक बिना सनस्क्रीन या सन प्रोटेक्शन के धूप में रहने की वजह से हाइपरपिग्मेंटेशन हो सकती है। ऐसा मेलानिन की ज्यादा मात्रा में बनने की वजह से होता है।
- डर्मेटाइटिस- डर्मेटाइटिस की वजह से भी आंखों के नीचे काले घेरे पड़ सकते हैं। दरअसल, यह एक स्किन कंडिशन है, जिसमें स्किन में ड्राईनेस, रेडनेस और इंफ्लेमेशन हो जाती है। इस वजह से आंखों के पास के ब्लड वेसल्स डाइलेट हो जाते हैं और त्वचा के ऊपर नजर आने लगते हैं।
- एलर्जी- कई बार हे फीवर जैसी एलर्जी की वजह से भी डार्क सर्कल्स हो सकते हैं।
- अन्य कारण- आंखों को बार-बार रगड़ने, जेनेटिक्स, बढ़ती उम्र, पीमेच्योर एजिंग, तनाव, गहरे आई सॉकेट्स, स्मोकिंग, जैसे फैक्टर्स की वजह से भी डार्क सर्कल्स की समस्या हो सकती है।
डार्क सर्कल्स कौ कैसे कम करें?
- हेल्दी डाइट खाएं। अपनी डाइट में रंग-बिरंगी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, फिश, दही आदि को शामिल करें और प्रोसेस्ड फूड्स की मात्रा को कम करें। साथ ही, डाइट में नमक और चीनी की मात्रा भी कम करें।
- रोज कम से कम 8-9 घंटे की नींद लें। नींद पूरी होने पर आंखें और त्वचा दोनों ही फ्रेश महसूस करेंगे।
- भरपूर मात्रा में पानी पीएं। इसके साथ नारियल पानी, छांछ जैसे ड्रिंक्स भी पी सकते हैं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
- आंखों के पास की त्वचा मॉइस्चराइज्ड रखें। इसके लिए पेट्रोलियम जेली या मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, आप अपने डॉक्टर से पूछ कर रेटिनॉल या एल्जेइक एसिड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
- शराब न पीएं और साथ ही स्मोकिंग भी न करें।
- फेशियल मसाज कर सकते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और डार्क सर्कल्स कम हो सकते हैं।
- लाइफस्टाइल में बदलाव के बाद भी डार्क सर्कल्स रहते हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।