नई दिल्ली। एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल में अरविंद केजरीवाल को परामर्श दिया। जेल सूत्रों के मुताबिक 40 मिनट की विस्तृत परामर्श के बाद केजरीवाल को आश्वस्त किया गया कि उन्हें कोई गंभीर समस्या नहीं है। उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई। जिनका नियमित आधार पर मूल्यांकन और समीक्षा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी के अनुरोध पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया था। एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ के अलावा आरएमओ तिहाड़ और एमओ तिहाड़ मौजूद थे। एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ ने सीजीएम (ग्लूकोज मॉनिटरिंग सेंसर) का पूरा रिकॉर्ड और केजरीवाल की डाइट और दवाओं का विवरण मांगा और उन्हें उपलब्ध कराया गया। जेल सूत्रों ने बताया कि इस दौरान न तो केजरीवाल ने इंसुलिन का मुद्दा उठाया और न ही डॉक्टरों ने इंसुलिन का सुझाव दिया।वहीं अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रांची में हुए इंडिया गठबंधन की रैली में कहा कि अरविंद बीते 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं और तिहाड़ जेल के अंदर उन्हें इंसुलिन नहीं दी जा रही है। ऐसे माहौल में भी उन्हें जेल से देश की चिंता है। मेरा मानना है कि जेल के ताले टूटेंग और वो छूटकर बाहर आएंगे। इस वक्त वो तानाशाही ताकतों से लड़ रहे हैं। अपने संबोधन में सुनीता केजरीवाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश हो रही है। जबकि उन्हें को सत्ता की कोई इच्छा नहीं है। वो अब भी जेल के अंदर रहकर देश की चिंता कर रहे हैं। लेकिन ये दिल्ली के सीएम को मारना चाहते हैं। पर वो बहुत बहादुर हैं। वह शेर हैं।सुनीता ने आगे कहा कि अरविंद को आज जनसेवा करने की सजा दी रही है। उनके खिलाफ अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है।