“श्रद्धेय नेता जी कहते थे वादा खिलाफी भी सबसे बड़ा भ्रष्टाचार”– वीरपाल सिंह यादव

बरेली। समाजवादी पार्टी के संस्थापक, किसानों के मसीहा, धरती पुत्र एवं “नेता जी” के नाम से विख्यात श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय, सिविल लाइंस, बरेली में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय सचिव वीरपाल सिंह यादव उपस्थित रहे, जबकि संचालन जिला कोषाध्यक्ष अशोक यादव ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित करने से हुई। बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं समाजवादी परिवार के सदस्य इस मौके पर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव ने नेताजी के साथ अपने 42 वर्षों के राजनीतिक अनुभव साझा करते हुए कहा कि “नेता जी का स्नेह और मार्गदर्शन मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है।” उन्होंने कहा कि नेता जी कहते थे “रिश्वत लेना ही भ्रष्टाचार नहीं, किसी से किया वादा न निभाना भी भ्रष्टाचार है। ” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रहते हुए नेताजी ने किसानों को मुफ्त सिंचाई दी, व्यापारियों को चुंगी से मुक्ति दिलाई, और रक्षा मंत्री के रूप में शहीद सैनिकों के शवों को उनके घर तक ससम्मान पहुँचाने का आदेश दिया। वीरपाल सिंह यादव ने बरेली की मौजूदा परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “सत्ता के इशारे पर माहौल को जानबूझकर बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, जबकि बरेली में कभी हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई झगड़ा हुआ ही नहीं।” उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ सपा संघर्ष करेगी और जनता के बीच सद्भाव का संदेश पहुँचाएगी। जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने नेताजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि “नेता जी मन से मुलायम थे, पर इरादे लोहा थे।” उन्होंने कहा कि अगर नेता जी न होते तो आज अखिलेश यादव जी जैसे गरीबों, मजलूमों और पी.डी.ए. के हक़ की लड़ाई लड़ने वाले नेता हमारे बीच न होते। कश्यप ने कहा कि नेताजी के मार्गदर्शन से ही आज समाजवादी आंदोलन जन-जन तक पहुँचा है।
महानगर अध्यक्ष शमीम ख़ाँ सुल्तानी ने कहा कि नेता जी संगठन और कार्यकर्ता को हमेशा सर्वोपरि रखते थे। वे साधारण कार्यकर्ता से भी आत्मीयता से मिलते और सही कार्य पर सराहना के साथ उसका मनोबल बढ़ाते थे, वहीं गलती पर तुरंत मार्गदर्शन भी देते थे। उन्होंने समाज के हर वर्ग किसान, नौजवान, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों के लिए काम किया और देश की सीमाओं तथा जवानों की चिंता को हमेशा प्राथमिकता दी। विधायक शहज़िल इस्लाम ने कहा कि “2027 में अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी जनकल्याणकारी सरकार बनाएगी।” उन्होंने कहा कि नेता जी के दिखाए रास्ते पर अखिलेश यादव जी पी.डी.ए. के माध्यम से गरीबों और पिछड़ों की आवाज़ को सशक्त कर रहे हैं।
पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने कहा कि “नेता जी संगठन को पद और सत्ता से अधिक महत्व देते थे।” उन्होंने कहा कि आज नेताजी भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और छवि अखिलेश यादव के रूप में जीवित हैं।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक सुल्तान बेग, विजय पाल सिंह, प्रो. ज़ाहिद ख़ाँ, प्रदेश सचिव मलखान सिंह यादव,सुरेंद्र सोनकर,डॉ देवेंद्र यादव, खुरम बेग,शहर विधानसभा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल, अखलाक अहमद अंसारी,डॉ. अनीस बेग, जिला उपाध्यक्ष रविंद्र यादव, महानगर महासचिव पं. दीपक शर्मा, मनोहर पटेल, विजेंद्र यादव,सरताज ग़ज़ल अंसारी, समयून खान,राजेश्वरी यादव,गौरव सक्सेना, डॉ. शफ़ीक उद्दीन, ताजुद्दीन, सिंपल कन्नौजिया, नदीम अली,संजीव कश्यप, हरिओम प्रजापति, सुरेश गंगवार, असलम खान,द्रोण कश्यप, श्याम वीर यादव, ब्रजेश सविता, ऋषि यादव,नाज़िम कुरैशी,जितेंद्र मुंडे,मुकेश मिश्रा,दिलीप बाल्मिकी,अमित गिहार,इसराफिल खान, राजेश यादव, खालिद राणा, महेन्द्र राजपूत, शरदवीर यादव, निर्भय यादव,राजवीर यादव,हैप्पी यादव, अधिवक्ता मो. वसीम, पार्षद मो. आरिफ़ कुरैशी तथा अब्दुल कयूम मुन्ना,राम नाथ पटेल प्रधान, हरविंदर पटेल प्रधान,अमित पटेल,राम बहादुर लोधी,सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे।