बरेली। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की तहसील बरेली स्तरीय मासिक पंचायत गन्ना समिति की बैठक चौधरी हरिओम सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। संचालन लक्षवीर सिंह ने किया। पंचायत को संबोधित करते हुए हाजी एम. इकबाल (एडवोकेट व जिलाध्यक्ष प्रवक्ता, बरेली) ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई वोट है और इसीलिए वोटिंग व्यवस्था पारदर्शी व सही तरीके से बनवाना आवश्यक है। उन्होंने कहा, “एक मकान में रहने वाले सभी मतदाताओं के वोट एक ही मकान/वॉर्ड व एक ही पोलिंग बूथ पर होने चाहिए। जानबूझकर एक ही घर के वोट अलग-अलग वार्ड या दूर के बूथ पर बनवा दिए जाते हैं, जिससे चुनाव के दिन मतदाता भटकते हैं। फर्जी वोट बनाए जाने और पास-पड़ोस के दोनों गाँवों में एक ही मतदाता की वोटिंग दर्ज होने की घटनाओं पर रोक लगानी चाहिए।” उन्होंने ग्राम सभा, बीडीसी, विधायक व सांसद चुनावों के लिए एक समान वोटर सूची बनाए जाने की भी मांग की। तहसील अध्यक्ष काशिफ रजा ने ईवीएम प्रणाली पर अपनी आपत्ति जताते हुए कहा कि ईवीएम को समाप्त कर वैलेट पेपर (मतपत्र) से मतदान कराया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सम्भव होने पर ऑनलाइन वोटिंग की व्यवस्था की संभावना भी उठाई। काशिफ रजा ने कहा कि चुनावों में प्रत्याशी भारी मात्रा में धन खर्च करते हैं करोड़ों रुपए तक और इस प्रवृत्ति को रोकने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रचार-प्रसार को सीमित कर केवल पार्टी/प्रत्याशी के लिये इलेक्ट्रॉनिक माध्यम व मीडिया के जरिए प्रचार की अनुमति हो, जबकि घर-घर जाकर और हैंडबिल बाँटकर, नकद धनराशि, मिठाई, साड़ी आदि के आदान-प्रदान पर पाबंदी लगानी चाहिए। पंचायत में उपस्थित किसानों और सदस्यों ने भी मतदाता सूची की पारदर्शिता, ईवीएम पर संशय, तथा चुनावी खर्च को नियंत्रित करने पर गहरी चिंता व्यक्त की और संबंधित अधिकारियों व निर्वाचन आयोग से इन विषयों पर सख्त कदम उठाने की मांग की।