बरेली बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ धरना प्रदर्शन दूसरे सप्ताह भी जारी
बरेली। बार एसोसिएशन के अधिवक्ता शंकर कुमार सक्सेना, आंगन सिंह, संजय कुमार वर्मा अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ धरना प्रदर्शन 27 मार्च से दे रहे है ,अधिवक्ताओं की प्रमुख मांगे हैं कि बरेली बार एसोसिएशन को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से संबंधित करवाया जाए ताकि बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से मिलने वाली तमाम योजनाओं का लाभ सभी
बार के सभी साथी ले सके , बरेली बार को रजिस्टर्ड संस्थान हो जिससे बिल्डिंगों का निर्माण हो सके जिसका वादा सचिव वी पी ध्यानी पिछले दो चुनावों में करते आए है । बरेली बार एसोसिएशन के अधिवक्ता शंकर कुमार सक्सेना ने एक मांग प्रार्थना पत्र अध्यक्ष को दिया था जिसमें उन्होंने खाली पड़े सभी चैंबरों को आवंटन , बरेली बार का कार्यकाल एक वर्ष का हो , बार में हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व बरेली बार को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से तत्काल संबंधित करवाए। अधिवक्ता शंकर कुमार सक्सेना ने बताया के “हमारी मांगों को लेकर मौजूदा कार्यकारिणी की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है जिस कारण हमने आंदोलित होना पड़ रहा है सचिव जी तीन बार निर्वाचित हो चुके है लेकिन अभी तक बरेली बार को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से क्यों संबंधित नहीं करवा पाए, वे स्वयंभू बन गए हैं जितने भी निर्माण कार्य हुए है उनका कोई भी प्रस्ताव कमेटी द्वारा पास नहीं करते है , उनके पिछले कार्यकाल में वकालतनाम और पर्चा पैरवी के रिकॉर्ड बनाए ही नहीं गए है जिसको खुद सी ए ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था ” बरेली बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी हुए अपनी ही निर्वाचित टीम के विरुद्ध बरेली बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी सचिव के विरुद्ध आज प्रदर्शन में नजर आए उन्होंने बताया कि “कितनी धनराशि किस व्यक्ति को कब दी गई इसका कोई प्रस्ताव कार्यकारिणी द्वारा पास भी नहीं करवाया जाता है , वकालतनामा 40 दिखाइए जा रहे है जबकि रोजाना 400 की बिक्री हो रही है ” अब तक बरेली बार के 300 से ज्यादा अधिवक्ताओं ने इस आंदोलन में अपना समर्थन दिया है । अधिवक्ता वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि ” पहले कभी ऐसा कभी नहीं हुआ कि सचिव के खिलाफ अदालत ने रिकॉर्ड की जांच के लिए कमीशन जारी कर दिया। इस मौके पर समस्त अधिवक्ताओं ने उनका समर्थन किया भूपेंद्र मोहन सहाय, मनोज चौहान, इंद्र जीत, मधु भारती , विवेक चौधरी ,लोकनाथ सिंह,तस्लीम ,विजय कुमार,कुशल प्रताप एडवोकेट ब अन्य सम्मानित अधिवक्ता मौजूद रहे।




















































































