बरेली। दरगाह वली मियाँ स्थित चाँद मस्जिद में 27 वां रोज़ा को क़ुरआन मुकम्मल हुआ, हाफ़िज़ मोहम्मद फैज़ ने क़ुरआन सुनाया हाफ़िज़ मोहम्मद ,अरबाब व हाफिज अफ़ज़ाल खान ने सामे के तौर पर सुना। कारी गुलाम यासीन आदि ने नात रमज़ान शरीफ की एहमियत पर ब्यान करते हुए बताया की काश लोगों को रमजान की अहमियत मालूम हो जाए तो लोग दुआ करेंगे पूरे साल ही रमजान रहे, तरावीह मुकम्मल होने के बाद नमाज़ियों ने सुरमा वगेराह पढ़वाया और अपने लिए दुआएं करायीं। फ़ातिहा के बाद सज्जादानशीं अल्हाज अनवर मियाँ की जानिब से हुफ़्फ़ाज़ को तोहफों से नवाज़ा और नमाज़ियो को तबर्रुक दिया गया। इस मौके पर हाफ़िज़ फ़ाज़िल खान, आरिफ उल्लाह,शराफत,इफ्तिखार हुसैन, समीर अजीज, वसी उल्लाह ,मोहम्मद आरिफ़, हाफ़िज़ हाशिम, मौलाना तारिक, हाफ़िज़ जानिसार, सय्यद नाज़िर अली(चाँद), तौफ़ीक,शाहरूख, मोहसिन आदि मौजूद रहे।