बरेली । दिल्ली पब्लिक स्कूल, बरेली में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय लिटरेरी फेस्ट ‘मिसलेनिया 2024’ का शानदार समापन समारोह 28 अक्टूबर 2024 को आयोजित किया गया। यह फेस्ट साहित्य, सृजनशीलता और तकनीकी कुशलता के अद्वितीय संगम का प्रतीक बना, जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि फ्यूचर ग्रुप के एमडी मुकेश गुप्ता. विशिष्ट अतिथि डॉ आशीष गुप्ता ,डॉ पवन सक्सेना, हेमंत यादव, प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. दर्शनील ग्रोवर ने मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर सबीन अहसन, डॉक्टर अमीद मुराद ,इमरान खान रहमान ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। सभी अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य वेद कुमार मिश्रा ने पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिन्ह देकर किया। फेस्ट के दूसरे दिन विभिन्न रचनात्मक और तकनीकी प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। “कथावलोकन,” “बैटल ऑफ़ बिट्स,” “फ्लितिंग फ्रीक्वेंसी,” “पिक्सेल क्वेस्ट,” और “रोबो टेक्निक्स” जैसी रोचक प्रतियोगिताओं ने छात्रों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर दिया। इन प्रतियोगिताओं में उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को प्रभावित किया। समापन समारोह में निर्णायक मंडल की भूमिका को सराहनीय बताया गया। प्रमुख निर्णायकगण जैसे अनुराग शुक्ला, डॉ. पंकज शर्मा, डॉ. पूर्णिमा अनिल, डॉ. एस.पी. मौर्या, डॉ. राहुल रस्तोगी, और डॉ. वंदना शर्मा ने प्रतिभागियों का मूल्यांकन बड़ी कुशलता से किया । इस वर्ष की चैंपियनशिप ट्रॉफी माधव राव सिंधीया बरेली ने जीती, जबकि फर्स्ट रनर अप अलमा मेटर डे बोर्डिंग स्कूल बरेली की रही । द्वितीय रनर अप दो विद्यालयों को स्थान मिला – 1.एस आर इंटरनेशनल स्कूल ,वी.वी.पब्लिक स्कूल पीलीभीत रोड। सभी विजेता विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय, और तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया, साथ ही अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। समापन समारोह के अंत में प्रधानाचार्य वेद कुमार मिश्रा ने विद्यार्थियों के साहित्यिक और तकनीकी कौशल की सराहना करते हुए लिटरेरी फेस्ट के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी का मनोबल बढ़ाया। मुख्य संयोजक आभा भारद्वाज एवं स्मिता बिष्ट ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और आयोजन के सफल संचालन में सहयोग के लिए विद्यालय के सभी सदस्यों को बधाई दी। इस शानदार लिटरेरी फेस्ट ‘मिसलेनिया 2024’ को सफल बनाने में शैक्षिक समन्वयक वैशाली पाठक और विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा।