स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय में आयोजित हुआ साइबर क्राइम सुरक्षा, यातायात नियम , मिशन शक्ति व नारी शक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम
शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के सभागार में जनपद के पुलिस प्रशासन के सहयोग से साइबर क्राइम, मिशन शक्ति व यातायात सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पुलीस अधीक्षक राजेश एस ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने छात्र छात्राओं से संवाद करते हुए कहा चाहे क्रिकेट का मैदान हो या जिंदगी की रेस का मैदान हर जगह हैलमेट की आवयश्कता है। जितना ज़रूरी क्रिकेट के मैदान में हैलमेट की आवश्यकता है उससे कही ज्यादा ज़रूरी वाहन चलाते समय हैलमेट पहनना और सीट बेल्ट बंधना ज़रूरी है, उन्होंने कहा अगर आप किसी परेशानी में है या आपके आसपास कोई परेशानी में है उस दशा में 112 पर कॉल कर सकते है। सी ओ सिटी पंकज पंत ने साइबर क्राइम से संबंधित कानूनों, समस्याओं और उनके निवारण के तरीकों के बारे में जानकारी दी। साइबर अपराध होने पर सही कदम उठाने और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को समझाया। मिशन शक्ति पर बोलते हुए महिला थाने से नीलम चौधरी ने महिला की बात महिला सुनेगी की तर्ज पर छात्राओं को सरकार द्वारा जारी किये गए हेल्पलाइन नंबर व उनके प्रयोग को बताया, साथ ही उन्होंने कहा कि कभी भी हम इमरजेंसी नंबर डायल करते है तो 8 मिनट के अंदर तक आपको मदद मिलेगी ।
उन्होंने बताया कि यदि आप किसी घायल व्यक्ति को मदद करते है तो सरकार की तरफ़ से 5000 रुपये का ईमान दिया जाएगा, यदि कोई बच्चा बाल श्रम करता है तो उसकी शिकायत सरकार द्वारा पेंसिल पोर्टल की जा सकती है, उसके बाद बच्चे को सरकार द्वारा बाल श्रम से हटाकर शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। टी एस आई विनय पांडेय ने यातायात नियम की जानकारी देते हुए कहा कि देश मे सबसे ज्यादा दुर्घटनाए वाहन चलाते समय मोबाइल के प्रयोग से होती है, उसके बाद नशे में वाहन चलाने से और अधिक स्पीड से गाड़ी चलाने से होते है। उन्होंने कहा अगर दुपहिया वाहन पर तीन लोग बैठे हों अथवा गलत दिशा में वाहन चला रहे हों तो दुर्घटना होने पर किसी प्रकार का कोई भी बीमा नही मिलेगा। साइबर क्राइम पर बोलते हुए एस आई रोहित कुमार ने बताया कि तकनीकी का दुरुपयोग ही साइबर अपराध है। साइबर अपराध के मुख्य कारण डर और लालच है। यदि आप डर गए या लालच में आ गए तो आप साइबर अपराध के चपेट में आ गए। डिजिटल अरेस्ट पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज कल ऐसी व्हाट्सएप वीडियो कॉल आती है, की आपका परिजन ने अपराध किया है। उसके बदले में वो आपसे पैसा मांगेगे और लोग डर की वजह से पैसा भेज देंगे, और आप यह जान पाएंगे कि यह कॉल धन उगाही के लिए थी, तब तक आप उसका शिकार हो चुके होंगे। फ़ोन पर आए किसी भी लिंक को खोले नही। उन्होंने कहा यदि आपका ईमेल या अन्य किसी का पासवर्ड नाम या जन्मतिथि के में है उसको तत्काल बदल दे और हर 5 महीने में अपना पासवर्ड बदल देना चाहिए। विद्यार्थी यह जानकारी अपने तक सीमित न रखे बल्कि एक पीढ़ी पहले वालो को भी बताए।
उप-प्राचार्य प्रो. अनुराग अग्रवाल के संयोजन में हुए कार्यक्रम में संचालन एस आई रोहित कुमार ने किया।
सभी के प्रति आभार एस एस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आर के आजाद ने दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव डा. ए के मिश्रा लॉ कॉलेज के प्राचार्य डा. जे एस ओझा, अलोक कुमार सिंह, मधुकर शुक्ला, डा कमलेश गौतम, मृदुल शुक्ला, पवन गुप्ता, डा सचिन खन्ना, डा रूपक श्रीवास्तव, महिला थाने की प्रभारी रश्मि, बाल कृष्ण जी आदि उपस्थित रहे।